सेंसेक्स-निफ्टी 52 हफ्ते के रिकॉर्ड हाई पर जाने के बाद मामूली बढ़त के साथ बंद

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सेंसेक्स-निफ्टी 52 हफ्ते के रिकॉर्ड हाई पर जाने के बाद मामूली बढ़त के साथ बंद



Stock Market News: अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर बढ़ती उम्मीदों के बीच गुरुवार को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और टेक शेयरों में लिवाली से घरेलू शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुए. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच सेंसेक्स 130 अंक ऊपर चढ़ा, जबकि निफ्टी में 23 अंकों की बढ़त रही.

कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर तक पहुंच गए थे, लेकिन अंतिम घंटे में मुनाफावसूली के चलते बढ़त सीमित रह गई. इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट से बाजार की तेजी भी कुछ थम गई.

इन शेयरों में आई तेजी

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 130.06 अंक (0.15%) बढ़कर 84,556.40 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह एक समय 85,290.06 अंक तक पहुंच गया था. वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी 22.80 अंक (0.09%) की तेजी के साथ 25,891.40 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस के शेयर में सर्वाधिक 3.86% की तेजी रही. इसके अलावा एचसीएल टेक, टीसीएस, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन और टेक महिंद्रा के शेयर भी बढ़त में रहे. हालांकि, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल और अदाणी पोर्ट्स में गिरावट दर्ज की गई.

जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने का कहना है कि घरेलू बाजार की शुरुआत सकारात्मक रही, लेकिन रूस की दो पेट्रोलियम कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों और भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के स्थगित होने की आशंका से निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि एच-1बी वीज़ा पर ट्रंप प्रशासन के नरम रुख और संभावित भारत-अमेरिका समझौते की उम्मीद ने आईटी शेयरों में तेजी को समर्थन दिया है.

नायर के अनुसार, त्योहारी मांग, आयकर छूट, और जीएसटी में कटौती जैसे कारकों से वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में कॉर्पोरेट आय में सुधार की उम्मीद है, जिससे एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) धीरे-धीरे भारतीय बाजारों में वापसी कर रहे हैं. विस्तृत बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.42% और मिडकैप सूचकांक 0.15% नीचे बंद हुए. क्षेत्रवार प्रदर्शन में आईटी (2.36%), टेक्नोलॉजी (1.17%) और बैंकिंग (0.36%) सेक्टर में तेजी रही, जबकि सेवा, दूरसंचार, और ऊर्जा सेक्टर में गिरावट आई.

क्या कहते हैं जानकार?

बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक व्यापार अनिश्चितता और घरेलू स्तर पर नए ट्रिगर की कमी के कारण निवेशकों ने शुरुआती बढ़त पर मुनाफावसूली की. एशियाई बाजारों में शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्केई गिरावट के साथ बंद हुए.

यूरोपीय बाजार दोपहर के कारोबार में मिले-जुले रुख में रहे, जबकि अमेरिकी बाजार बुधवार को नकारात्मक दायरे में बंद हुए थे. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने मंगलवार को 96.72 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 5.43% बढ़कर 65.99 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई. दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बुधवार को शेयर बाजार बंद रहे थे. इससे पहले मंगलवार को विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में सेंसेक्स 62.97 अंक बढ़कर 84,426.34 अंक, जबकि निफ्टी 25.45 अंक बढ़कर 25,868.60 अंक पर बंद हुआ था.

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डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)



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