बैंगलौर (शहर समता समाचार) बसंतोत्सव में साहित्योत्सव के शीत परोसे, उपस्थित सभी अघट विद्वान कवि कवयित्रियों ने।
‘जीना चाहता हूँ मरने के बाद फाउंडेशन एक भारत’ के तत्वावधान में दिनांक- 05 फरवरी 2025 को राश दादा राश के निवास स्थल पर आयोजित बसंतोत्सव में साहित्योत्सव की आहुति में ऋता शेखर ‘मधु’ एवं डॉ० पुष्पा जमुआर द्वारा रचित लोकभाषा मगही का प्रथम हाइकु संग्रह ‘हाइकु पुष्प-मधु’ का लोकार्पण किया गया। उसके साथ विभा रानी श्रीवास्तव द्वारा संपादित लघुकथा संग्रह ‘सम्यक सम्बोधि’ का भी लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में वीणा मेदनी, ऋता शेखर मधु, पल्लवी शर्मा, सुधा भार्गव दृष्टा, गीता चौबे गूंज, विनीता छावनियाँ, संतोष भाऊवाला, एडवोकेट अंजू भारती, डॉ. सुनील तरुण, राही राज, प्रीति राज, कमल के राजपूत, इंदु झुनझुनवाला, अरुणा राणा, संतोष भाउवाला, नन्द सारस्वत इत्यादि उपस्थित थे। सभी उपस्थित साहित्यकारों के द्वारा सरस काव्य पाठ भी किये गए। सभी कवि कवयित्रियां बैंगलोर की सिद्ध प्रसिद्ध हस्ताक्षर हैं और स्वयं में एक पूर्ण संस्था एवं संगठन हैं। मंच का दिव्य संचालन प्रबल प्रताप सिंह राणा और धन्यवाद ज्ञापन जीना चाहता हूँ मरने के बाद फाउंडेशन एक भारत’ के संस्थापक,चेयरमैन राश दादा राश ने किया। जीना फाउंडेशन के मीडिया सचिव दुर्गेश मोहन ने बताया कि राश दादा राश जी ने फाउंडेशन के तत्वावधान में साहित्यकारों के इस संगम का संयोजन किया , भविष्य में अनुकूल समय पर पुनः आयोजन होगा।























