वैचारकी संस्था की ओर से आज झूसी में संपन्न हुई एक काव्य

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विचार गोष्ठी बही कविताई की रसधार

झूसी। आज 28 जुलाई 2024 को झूसी में प्रोफेसर रवि मिश्र के आवास पर वैचारकी संस्था के द्वारा रचनाकारों एवं विचारों का मंच नामक मंच पर एक विचार/ काव्य गोष्ठी /परिचर्चा संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता दयाशंकर पाण्डेय ने की। मुख्य अतिथि डॉक्टर विभा तिवारी तथा विशिष्ट अतिथि प्रेमा राय, राम लखन शुक्ल, श्रीराम मिश्र तलब जौनपुरी रहे। इस अवसर पर अध्यक्ष अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का माला, फूल, कलम और साल बढ़ाकर सम्मान किया। प्रकाशक रंजन पांडेय जी को भी शाल और कलम देकर सम्मानित किया गया। ज्ञातव्य हो कि रंजन जी प्रयागराज के एक प्रमुख प्रकाशक हैं।
सर्वप्रथम माँ सरस्वती को अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण करके कार्यक्रम को दिशा दी तथा श्रीमती सरिता मिश्रा और रचना सक्सेना ने संयुक्त रूप से सरस्वती वंदना करके काव्य पाठ का औपचारिक शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन शहर समता संपादक कवि, कहानीकार, उपन्यासकार उमेश श्रीवास्तव ने किया।
इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर रवि मिश्र ने वैचारिकी संस्था की उत्पत्ति और उसके स्वरूप पर प्रकाश डाला। साथ ही संपूर्ण वैचारिकी का इतिहास, साहित्य शहर समता विशेषांक में प्रकाशित कराने का वचन दिया।
इस अवसर पर एक काव्य गोष्ठी आयोजित हुई। इसमें राजेश सिंह राज, पंडित राकेश मालवीय मुस्कान शंभूनाथ श्रीवास्तव, संजय सक्सेना, रचना सक्सेना, आलोक पांडे, कमल नारायण शुक्ल, सरिता मिश्रा, महक जौनपुरी, कमल नारायण शुक्ल, नजर इलाहाबादी, योगेश ओझा झमाझम, शिवम त्रिपाठी, शैलेंद्र चौधरी, एच एन पांडे अनजान, केशव प्रकाश सक्सेना, एसपी श्रीवास्तव, विवेक सत्यांशु, गंगा प्रसाद त्रिपाठी, अभिषेक केशरवानी रवि, डॉक्टर विजयानंद, पीयूष मिश्रा पियूष, महक जौनपुरी, डॉ कल्पना वर्मा, शैलेंद्र चौधरी, शिवराम गुप्त, बृजलाल द्विवेदी आदि ने काव्य पाठ किया। संचालन उमेश श्रीवास्तव ने किया।