प्रतापगढ़ बुलेटिन | 30 जुलाई 2024

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शिक्षा, शिक्षक विरोधी प्रदेश सरकार व अधिकारियों के खिलाफ होगी आरपार की लड़ाई-डा0 प्रदीप सिंह

31 जुलाई को डिग्री कालेज के शिक्षक निदेशालय पर करेंगे प्रदर्शन, मांगे न पूरी हुई तो लखनऊ में होगा बड़ा आंदोलन

प्रतापगढ़। मांगे पूरी न होने पर डिग्री कालेज के शिक्षकों के संगठन फुपुक्टा ने प्रदेश सराकर व उच्च शिक्षा के निदेशक के खिलाफ आंदोलन करने का एलान किया है। सोमवार को शहर स्थित एमडीपीजी कालेज में फुपुक्टा के प्रदेश महामंत्री प्रो0 प्रदीप सिंह की अगुवाई में शिक्षकों की बैठक में इस बात का एलान किया गया। प्रो0 प्रदीप सिंह ने कहा कि हमारी 26 सूत्रीय मांगे लम्बे अर्से से लंबित हैं। इस संबंध में कई बार निदेशक समेत अधिकारियों से प्रत्यावेदन किया गया फिर भी हमारी मांगों को दर किनार कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि विज्ञापन संख्या 47 के तहत चार वर्ष पूर्व 1225 शिक्षकों का चयन हुआ था लेकिन लालफीताशाही के कारण उन शिक्षकों का आज तक स्थाईकरण नहीं हो सकता है। सपा सरकार के समय इंक्रीमेंट की घोषणा, नेशनल इंक्रीमेंट, अधिवर्षता आयु 65 वर्ष किये जाने आदि मुद्दे एवं एकल स्थानांतरण जैसी विसंगतियों को लेकर प्रदर्शन की रूपरेखा तय की गई है। उन्होंने जिम्मेदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी जायज मांगों को नहीं माना जाता है तो फुपुक्टा लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा। बैठक का संचालन कर रहे इकाई के महामंत्री प्रो0 पीयूष कांत शर्मा ने कहा कि लम्बे समय से हमारी मांगों को नहीं माना जा रहा है इसके लिए संगठित होकर संघर्ष का समय अब आ गया है। शिक्षकों के समस्याओं पर प्रो0 संतोष कुमार पांडे, प्रो0 रमेश चन्द्र शुक्ल, प्रो0 रजवंत सिंह, प्रो0 माया शंकर, प्रो0 ऊषा तिवारी, डा0 राजेन्द्र मिश्र ने भी प्रदेश सरकार व उच्च शिक्षा निदेशक के खिलाफ हुंकार भरी। इस मौके पर प्रो0 ऊषा दूबे, प्रो0 निशा सिंह, डा0 प्रथमेष पांडे, डा0 अरूण कुमार वर्मा, डा0 अरविन्द कुमार मौर्य, डा0 रेखा मिश्रा आदि उपस्थित रहकर प्रदर्शन में भाग लेने का संकल्प लिया। 

तदर्थ शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, प्रदेश सरकार की एसएलपी हुई खारिज, दिवाली मनाने का एलान

हाईकोर्ट की सिंगल व डबल बेंच से हारने के बाद कंटेम्प्ट प्रोसीड़िंग से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी सरकार 

नौकरी से निकाले जाने पर कई शिक्षकों की सदमें में हो चुकी है मौत, इसी धारा में नियुक्त बड़ी संख्या में शिक्षक हो चुके हैं रेगुलर

प्रतापगढ़। 30 दिसम्बर 2000 से पूर्व प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त तदर्थ शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सोमवार को प्रदेश सरकार को सुप्रीम से तगड़ा झटका लगा है। इसके पहले हाईकोर्ट में प्रदेश सरकार को तदर्थ शिक्षकों के मुद्दे पर हार का समना करना पड़ा था। कंटेम्प्ट प्रोसीड़िग से बचने व हाई कोर्ट के आदेश को निरस्त करने के लिए प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में तदर्थ शिक्षकों के मुद्दे व हाईकोर्ट इलाहाबाद के आदेश को चुनौती देने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से एडिशनल सालीसीटर एडी रामचेत व तदर्थ शिक्षकों के अधिवक्ता विकास सिंह के बीच काफी तर्क वितर्क हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों के वकीलों के तर्कों को सुनते हुए प्रदेश सरकार के एसएलपी को खारिज कर दिया। यानी प्रदेश सरकार को होईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हार का समाना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की जानकारी जैसे शिक्षकों को हुई प्रदेश भर के विनियमित होने से बचे तदर्थ शिक्षकों में खुशी की लहर फैल गई। मुकदमों की पैरवी कर रहे तदर्थ शिक्षकों के अगुवा राकेश त्रिपाठी, आलोक कुमार शुक्ल समेत अन्य शिक्षकों ने जीत की खुशी मंे सोमवार को भगवान भोलेनाथ के नाम पर पॉच दीप जलाने की अपील की है। 

एक प्रदेश में दो विधान, आधे से अधिक को किया विनियमित शेष को निकाल कर किया बाहर-

तदर्थ शिक्षकों ने आरोप लगाया कि एक प्रदेश में दो विधान चल रहा है। कुछ को विभागीय अधिकारियों ने विनियमित कर दिया तो कुछ को नौकरी से बाहर कर दिया। अधिकारियों के मनमाने रवैये से भाजपा सरकार की काफी किरकिरी हो रही है। वर्ष 2016 में सपा की अधिलेश सरकार ने माध्यमिक विद्यालयों में लम्बे समय से पढ़ा रहे 30 दिसम्बर 2000 तक नियुक्त रेगुलर होने से बचे तदर्थ शिक्षकों को विनियमित करने के लिए अध्यादेश लाई। शर्त रखा गया कि कोर्ट के अंतिम व अंतरिम आदेश से वेतन पा रहे तदर्थ शिक्षकों को रेगुलर नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद विभागीय अधिकारियों ने अध्यादेश का मनमाने तरीके से व्याख्या करते हुए प्रदेश के अधिकतर मण्डलों में ऐसे शिक्षकों को रेगुलर कर दिया। जबकि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की इसी धारा में नियुक्त बड़ी संख्या में शिक्षकों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। शिक्षा विभाग के मनमानेपूर्ण रवैये से सरकार की किरकिरी हो रही है। 

क्या था मामला-

प्रबंध तंत्र द्वारा नियुक्त प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में वर्ष 1993 से पढ़ा रहे शिक्षकों को प्रदेश सरकार ने 9 नवम्बर 2023 को नौकरी से निकाल दिया था। ये सभी शिक्षक हाईकोर्ट के आदेश से वेतन पा रहे थे। एसीएस माध्यमिक शिक्षा के आदेश पर नौकरी से बाहर किये गए तदर्थ शिक्षकों नेे हाईकोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट ने सरकार के आदेश पर रोक लगाते हुए वेतन देने व नौकरी में बनाए रखने का आदेश दिया था। जिसमंे दोनों पक्षों में हुई लम्बी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची। अधिकारियों द्वारा सरकार को गलत फीडिंग से राजस्व कोष का काफी नुकसान हुआ है। 

नौकरी से निकाले जाने पर सदमे में कई शिक्षकों की हो चुकी है मौत-

लगभग तीस वर्षों से माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ा रहे तदर्थ शिक्षकों को सरकार द्वारा नौकरी से बाहर निकाले जाने पर सदमे में दर्जनों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में सैकड़ों तदर्थ शिक्षक रिटायर हो चुके हैं। जो बचे भी हैं वह भी रिटायर होने के उम्र की दहलीज पर खेड़े हैं। सरकार के इस कदम से शिक्षकों के परिवारों में मातम का माहौल रहा। तदर्थ शिक्षक के परिजन योगी सरकार को कोस रहे थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अब उनके चेहरों पर रौनक देखी जा रही है। 

जलाएंगे दीए-

सुप्रमी कोर्ट से राहत मिलने पर सोमवार के दिन शाम को तदर्थ शिक्षक भगवान भोलेनाथ के नाम दीप जलाकर खुशियां मनाएंगे। तदर्थ शिक्षकों के अगुवा राकेश त्रिपाठी, आलोक शुक्ल, संतोष पांडे व रमा शंकर त्रिपाठी आदि ने बताया कि आज का दिन हम लोगों के लिए बड़ी खुशी का दिन है। हम जितने भी तदर्थ शिक्षक हैं परिजनो ंसंग दीप जलाएंगे। 

नहरों में पानी न आने पर कॉग्रेसजनों ने सिंचाई विभाग कार्यालय पर किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

प्रतापगढ़। नहरों में पानी न आने से किसानों के खेतों में सूख रही धान की फसल के मुद्दे को लेकर कॉग्रेस जिलाध्यक्ष डा0 नीरज त्रिपाठी की अगुवाई में कॉग्रेसियों ने सिंचाई विभाग कार्यालय पर सोमवार को प्रदर्शन किया। अधिशाषी अभियंता आविंद कुमार वर्मा को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष डा0 त्रिपाठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था। किसानों को धान की रोपाई करने के लिए नहरों में पानी नहीं मिल रहा है। सूखा पड़ने पर किसान परेशान हैं। जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में भी नहरों में पानी न छोड़ना किसानों के साथ नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि किसान जो थोड़ा बहुत धान लगा पाए हैं, वह पानी के अभाव में नष्ट हो रहा है। नहरों में पर्याप्त मात्रा मं टेल तक पानी छोड़ा जाए। प्रदर्शन में शामिल कॉग्रेस के लोगों ने चेतावनी दिया कि यदि शीघ्र ही नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। अधिशाषी अभियंता ने प्रदर्शन को देखते हुए अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा है। इस मौके पर पर अमित ििद्ववेदी, डा0 प्रशांत देव शुक्ल, वेदांत तिवारी, इरफान अली, महेन्द्र शुक्ल, सलमान खान, मो0 वसीम, अश्वनी उपाध्याय, रियाज सुलतान, मो0 दिलशाद, अतुल तिवारी, शुभम शुक्ल, देवमणि पांडे, विश्वास सिंह, अभय तिवारी समेत बड़ी संख्या में कॉग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे। 

सीमा पर तैनात सैनिकों को एलायंस क्लब की तरफ से राष्ट्रपति को भेजा गया 21 सौ राखियों का पैकेट

प्रतापगढ़। एलायंस क्लब की अगुवाई में बेल्हा के बहनों के हॉथ की बनी 21 सौ राखियों का पैकेट सीमा पर तैनात बीरों के लिए राष्ट्रपति के नाम भेजा गया। राखियों से भरे बण्डल को समाजसेवी रोशनलाल की अगुवाई में सोमवार को प्रवर डाक अधीक्षक जीतेन्द्र पांडे को सौंपा। एलायंस क्लब द्वारा विछले 25 वर्षों से जिले की बनी राखियां सेना के जवानों को भेजी जाती रही हैं। पैकेटों के साथ रोली, चंदन व अन्य शुभ सामग्री भी भेजी गई है। इस मौके पर डा0 दयाराम मौर्य, अर्चना खंडेलवाल, सुधा अग्रवाल, शकुंतला खंडेलवाल, इंद्रा अग्रवाल, रेखा उमरवैश्य, पंकज शर्मा, राजीव कुमार आर्य आदर्श कुमार, विवेक कुमार आदि मौजूद रहे। 

संचारी रोगों से बचाव व जागरूकता के लिए विद्यालयों में आयोजित हुई प्रतियोगिता

प्रतापगढ़। जिले के राजकीय व एडेड माध्यमिक विद्यलायों में संचारी रोगों से बचाव व जागरूकता के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। डीएम संजीव रंजन, सीडीओ व डीआईओएस ओमकार राणा के निर्देश पर आयोजित प्रतियोगिता मंे प्रधानाचार्यों व शिक्षकों ने बच्चों को रोगों से बचने के लिए तरीके सुझाए। डीआईओएस ने संचारी रोगों पर विद्यालयों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रधानाचार्य डा0 विन्याचल सिंह को नोडल अफसर बनाया है। उनके निर्देशन में जिले के सभी विद्यालयों में संचारी रोगों से बचने के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। 

प्रेम प्रसंग में महिला के बाल काटने व मुंह पर कालिख पोतने की घटना में 17 गिरफ्तार

प्रतापगढ़। हथिगवां थाना क्षेत्र के छोटकी इब्राहिमपुर गांव में रविवार की सुबह प्रेम प्रपंच में पंचायत ने प्रेमी व प्रेमिका के बाल काटने व मुंह पर कालिख पोतने का फरमान सुनाया था। पंचायत मंे शामिल पटेल विरादरी की महिलाओं व पुरूषों ने महिला व उसके प्रेमी को कपड़ कर पेड़ से बांध दिया। मौका पाकर प्रेमी भाग निकला और घटना की सूचना हथिगवां थाने पर दी। भारी संख्या में घटना स्थल पहंुची पुलिस ने मौके से 15 आरोपियों को धर दबोचा। आरोपी बनाए गये पॉच लोग मौके से भागने में सफल रहे। बाद में पुलिस ने दो और आरोपियों को दबोच लिया। मामला खूब सुर्खियों में छाया रहा। सोमवार को घटना में शामिल 9 पुरूष और 8 महिलाओं को पुलिस ने जेल भेज दिया। अमानवीय घटना में गॉव व रिस्तेदारी के लोग हरिलाल, राजेश कुमार, जियालाल, राजू पटेल, भरत लाल पटेल, सुरेन्द्र कुमार पटेल, सरजू प्रसाद, अनुज कुमार मिश्रा, जयसिंह पटेल के नाम शामिल हैं। जबकि घटना में रहीं दुलारा देवी, कुसुम देवी, विजयलक्ष्मी, सुमित्रा देवी, प्रीती, शिव पती, उमा, अनीता को भी आरोपी बनाया गया है। सोमवार की शाम अथिगवां पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। 

नदी में नहाने के दौरान कांवरिए की डूबने से हुई मौत

प्रतापगढ़। शहर के जोगापुर निवासी श्रीपाल का 17 वर्षीय बेटा सोमवार को बाबा बेलखरनाथ धाम में सई नदी में नहाने के दौरान गहरे पानी में जाने से डूबकर मौत हो गई। संतोष सोमवार की सुबह कांवड़ लेकर बाबा बेलखरनाथ थाम पहुंचा था। साथियों संग वह भी नदी मंे निर्माणाधीन सीढ़ी के सहारे नदी में उतरने लगा। सीढ़ी पर लगी लोहे की पाइप में फंसकर व नदी में गिर गया। इसी दौरान गहरे पानी में जाने से वह डूब गया। स्थानीय लोगों की मदद से उसे बाहर निकाला गया। मेडिकल कालेज पहुंचने पर चिकित्सकांे ने संतोष को मृत घोषित कर दिया। संतोष की मौत पर परिजनों में मातम छाया हुआ है। 

न्यायालय ने सुनाई चार अभियुक्तों को अर्थदण्ड व अजीवन कारावास की सजा

प्रतापगढ़। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने सोमवार को चार अभियुक्तों को आजीवन कारावास व अर्थदण्ड की सजा सुनाई है। आसपुर थाना क्षेत्र के आरोपी भरत लाल मिश्र, अनिल मिश्र, विजय सिंह व शिवराम निषाद को हत्या के आरोप मंे आजीवन करावास व प्रत्येक को 25 हजार रू0 के अर्थदण्ड से दण्डित किया है। मामले की पैरवी विशेष लोक अभियोजक राकेश प्रताप सिंह व विवेचना थानाध्यक्ष मनोज कुमार राय आसपुर देवसरा ने की। 

युवक मोबाइल पर भेज रहा अश्लील मैसेज, केस दर्ज

प्रतापगढ़। कुंडा इलाके के एक गांव की हरिजन महिला ने पुलिस को तहरीर दी। आरोप लगाया कि मानिकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का युवक उसे और उसकी 19 वर्षीय बेटी को रोज परेशान कर रहा है। आरोपित युवक अलग-अलग मोबाइल नम्बरों से पीड़िता और उसकी बेटी की अश्लील फोटो फेसबुक पर मोबाइल नम्बर के साथ वायरल कर रहा है। विरोध करने पर वह मां-बेटी दोनों को उठवा लेने, जान से मारने की धमकी देता है। जिससे मां-बेटी दोनों दहशत में हैं। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया है। इंस्पेक्टर सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित की तलाश की जा रही है।

डीएम ने प्रधानों एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पदों होने वाले चुनाव के संबंध में अधिकारियों के साथ की बैठक

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय सभागार में 6 अगस्त को होने वाले ग्राम प्रधानों एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य के रिक्त पदों पर चुनाव के संबंध में अधिकारियों, आरओ व एआरओ के साथ बैठक की गई।  6 अगस्त को ग्राम पंचायतों के 8 प्रधानों विकास खंड बाबागंज के मालाधार छत्ता, सराय गोपाल व कोडरखुर्द, लालगंज के जगन्नाथपुर, लक्ष्मणपुर के इटौरी, शिवगढ़ के जयरामपुर, मांधाता के ग्राम पंचायत तरौल व वैशपुर में मतदान होगा। इसके अलावां विकास खंड लक्ष्मणपुर के सगरा सुंदरपुर 15 में 1 सदस्य ग्राम पंचायत तथा विकास खंड कालाकांकर के 45- अंतामऊ में 1 क्षेत्र पंचायत के सदस्य का चुनाव सुबह 7 बजे से साम 5 बजे तक होगा। उप निर्वाचन हेतु 26 मतदान स्थल बनाए गए है।

 बैठक में डीएम ने अधिकारियों से कहा कि शांतिपूर्ण चुनाव के लिये सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाए। मतदान हेतु कार्मिक, परिवहन व्यवस्था, ईंधन, खानपान, निर्वाचन सामग्री, वीडियोग्राफी, मतपेटी आदि से संबंधित जिनको जो दायित्व एवं कार्य सौंपे गए है उसका शत प्रतिशत निर्वहन करें। निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता कदापि न बरती जाये। मतदान कार्मिकों की ट्रेनिंग समय से करा दी जाये। सम्बन्धित उपजिलाधिकारी मतदान के दिन अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर मतदान प्रक्रिया को सकुशल सम्पन्न करायेगें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा, अपर जिलाधिकारी त्रिभुवन विश्वकर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) दुर्गेश कुमार सिंह, संबंधित उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी, आरओ, एआरओ व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।